न मेरे बस में निजामें आलम
न दिल पे है इख्तियार
आकाइसी कशा-कशा में कर लिया है
जमीर को तार आकान जाने किस वक्त दफ्ते दकीर छीन ले
…मुझसे मेरा सब कुछ ये शेर जिन्दा रहे जँहा में फकीर को आका ।।
ये तेरा चेहरा ये तेरी जुल्फें 2ये सुबहों आका ये शाम आका,
ये तेरा चेहरा…।
दरूद आका सलाम आका, सलाम खैरुल अनाम आका
ये तेरा चेहरा ये तेरी जुल्फें ये सूबहो…
मेरा वो पहला पयाम लेकर सवा ना जाने कहा गयी है 2
लिखा है दश्ते दोआ पे अश्को 2ये देखता था पयाम आका -
ये तेरा चेहरा ये तेरी…
हुई है जब से निगाह मुझ पर बसीर का एहतराम आका
ये तेरा चेहरा ये तेरी जुल्फें…
यही दुआ कि उन्हीं के हाथों से छूट गया था असर का दामन्…2
करी मेरी किस्मत खुद ही रहमतलिया है जब तेरा नाम आका ये तेरा…।
निगाह नोचो जबान कातिब, है अप्ने अमाल पर निदामत
मैं मस्तहिक तो नहीं हूँ लेकिन 2
दो मेरे हिस्से का जाम आका
ये तेरा चेहरा…